काफी दिन हो गये कुछ लिखा नहीं, यूँ तो भरमार है यहाँ लोगो की जो हर बात पर प्रेरित कर जाते है,परन्तु उनको शब्दों में उतारने का समय नहीं मिल पता है, आज जब ब्लॉग देखा तो लगा कुछ होना चाहिए शायद कोई इंतज़ार में है पढने को, सीधे सीधे कहू तो मेरा ही मन व्याकुल है लिखने को ,जबकि कुछ है भी नहीं अपने पास अभी फिर भी की-बोर्ड की जान ली हुई है .............
आज जिस व्यक्ति के बारे में बात करूँगा वो व्यक्ति सामान्यत: हर जगह एक-आध मिल ही जाता है इनसे जादातर लोग दुखी रहते है क्यूंकि ये बाते अपनी कद काठी से ऊपर की करते है इन्हें लगता है की इनके व्यक्तित्व के आगे सब फीका है ..........पर सबसे बड़ी बात जिसके कारन ये लेख मैं लिख रहा हूँ वो ये है की इनको देखकर आपको बहुत संतोष होगा क्यूंकि जब कभी में हताश निराश हो जाता हु तो मेरे कुछ दार्शनिक मित्र (जो आमतौर पर गालियों के बिना बात नहीं करते ) कहते है........"अबे उसको देख जब वो कर सकता है तो तू क्यूँ नहीं"wow .....तब तो लगता है सिकंदर बनके मैं ही दुनिया को जीतने निकल पडू ........पर देखा जाए तो एक इंसान को जीने के लिए क्या चाहिए होता है .......(रोटी प्राण वायु पानी कपडा etc के अलावा की बात कर रहा हूँ)
मेरे ख्याल में एक ही बात आती है वो है जीने की इच्छा और आत्मविश्वास..........और ये दोनों चीजे में उस व्यक्ति में देखता हूँ उसकी इच्छा प्रबल है और आत्मविश्वास तो कूट कूट के भरा है .......तो कभी भी ऐसे कुछ लोग जिनकी बातें समझ न आये ,जो अपने आपको हमेसा आपसे ऊंचा पाए, अपनी ही बातें मनवाए,अपने ही गुरुर में जीते जाये , कुछ अजीब सा आत्मविश्वास (अंधविश्वास) दिखाए .....आप बस इतना करें ज्यादा न झल्लाए थोडा सा मुस्कुराये और कहे आपका दिन मंगलमय हो ........और फिर जब कभी कुछ कम लगे जिंदगी में तो याद करना वो पल फिर देखो.......कैसे दौड़ती है जिंदगी .........ये उनका मजाक नहीं बस खुद के लिए जब MOTIVAITON नहीं मिलती तो जहा दिखे कतरा एक आस का उसी से काम चला लो .............बस अंत में यही कहूँगा................."जब वो कर सकते है तो तुम क्यूँ नहीं".........................................
कई लोगो को शायद ये लिखा हुआ समझ न आये कईयो को पसंद न आये पर क्या करू यही है अभी तो अमितविचार ...............धन्यवाद
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